उस्ताद जाकिर हुसैन, विश्वविख्यात तबला वादक और संगीतकार, का 73 वर्ष की उम्र में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया। हृदय संबंधी समस्या के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

“तबले के बिना जिंदगी है, ये मेरे लिए सोचना असंभव है“

जन्म: 1951, मुंबई पिता: उस्ताद अल्लारखा, प्रसिद्ध तबला वादक संगीत की शुरुआत: मात्र 3 वर्ष की उम्र में

प्रारंभिक जीवन

*11 वर्ष की उम्र में पहला अंतरराष्ट्रीय कॉन्सर्ट (अमेरिका) *व्हाइट हाउस में प्रदर्शन करने वाले पहले भारतीय कलाकार *जैज़ और भारतीय शास्त्रीय संगीत में अतुलनीय योगदान

संगीत यात्रा

*'लिविंग इन द मैटेरियल वर्ल्ड' (1973) *'ग्लोबल ड्रम प्रोजेक्ट' (2007) *बैंड शक्ति का 'दिस मोमेंट' (2020)

प्रसिद्ध एल्बम

प्रमुख पुरस्कार

पद्म श्री (1988), पद्म भूषण (2002), पद्म विभूषण (2023) तीन बार ग्रैमी अवार्ड विजेता (1992, 2009, 2024)

बैंड 'शक्ति'

**स्थापना: 1973 **सहयोगी कलाकार: जॉन मैकलॉफलिन, एल. शंकर **2020 में एल्बम 'दिस मोमेंट' को ग्रैमी अवार्ड

परिवार

 पत्नी: एंटोनिया मिनेकोला (कत्थक नृत्यांगना) बेटियां: अनीसा कुरैशी और इसाबेला कुरैशी

गुरु और संगीत घराना

संगीत घराना: पंजाब घराना पहले गुरु: पिता उस्ताद अल्लारखा

"उस्ताद जाकिर हुसैन का नाम भारतीय संगीत के इतिहास में अमर रहेगा।"